Science Time (H) - 04/02/2022

बजट 2022-23 का वैज्ञानिक दृष्टिकोण से विश्लेषण आम बजट 2022-23 को वैज्ञानिक कसौटी पर परखने का प्रयास करते हैं, तो इस बजट की सबसे खास बात ये है कि इसमें तात्कालिकता के बजाय दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाया गया है। जहां एक तरफ शहरों को संवारने पर ध्यान दिया गया है, वहीं दूसरी ओर गांवों को और अधिक उन्नत एवं सुविधासंपन्न बनाने पर जोर दिया गया है. जहाँ देश में कोविड-19 महामारी से निपटने में अहम भूमिका निभाने वाले वैज्ञानिक संस्थानों को और अधिक समर्थ बनाने के लिये बजट में विशेष प्रावधान किया गया है, वहीं गगनयान और समुद्रयान जैसे महा अभियानों के लिये भी भरपूर बजट दिया गया है. जानना दिलचस्प होगा कि इस साल का बजट आत्मनिर्भर के साथ ही आधुनिक भारत के निर्माण में किस प्रकार मददगार होगा ? देश भर में प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने के क्या मायने हैं ? टेलीमेंटल हेल्थ सेंटर को शुरू करने के पीछे क्या मंशा रही है ? डिजिटल यूनिविर्सटी की जो परिकल्पना की गयी है, उससे शिक्षा का स्वरुप कैसे बदलने वाला है ? 5जी मोबाइल सेवाओं से संचार का संसार कैसे बदलनेवाला है ? इन तमाम दिलचस्प सवालों के विश्वसनीय जवाब दे रहे हैं - हनी बी नेटवर्क, ज्ञान, सृष्टि एवं एनआईएफ के संस्थापक प्रोफेसर अनिल गुप्ता जी और दैनिक हिंदुस्तान के ब्यूरो चीफ मदन जैड़ा जी.

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