Bhatpara (H)
हुगली नदी पर बसा भाटपाड़ा कभी संस्कृत की शिक्षा और जूट के मिलों के लिए जाना जाता था। यहां हुगली नदी की सफाई के लिए 31 एमएलडी और 10 एमएलडी क्षमता के दो सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स की स्थापना की गई है। पुराने और नए एसटीपी मिलाकर सीवेज ट्रीटमेंट की क्षमता 61 एमएलडी हो गई है। साथ ही 124 किमी का सीवर नेटवर्क बनाया जा रहा है जिसमें से 124 किमी पूरा हो चुका है।