The World’s First Intra-nasal Covid-19 Vaccine (H)
भारत में विकसित दुनिया की पहली इंट्रा-नेसल कोरोना वैक्सीन को केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन से आपातकालीन स्थितियों में प्रतिबंधित उपयोग के लिए मंज़ूरी मिल गई है । यह जानकारी नई दिल्ली में जैव प्रौद्योगिकी विभाग के स्वायत्त संस्थानों की सोसायटी की वार्षिक आम बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने दी । उन्होंने भारत बायोटेक लिमिटेड द्वारा इस वैक्सीन के विकास में सहयोग के लिए जैव प्रौद्योगिकी विभाग की सराहना की । इस मौक़े पर केंद्रीय मंत्री ने एक एतिहासिक निर्णय लेते हुए जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान और नवाचार परिषद BRIC बनाने के लिए डीबीटी के 14 स्वायत्त संस्थानों को शामिल करने की भी मज़ूरी दे दी